आज 20/2/2017 को आर्य जयवीर जी के भतीजे आर्य विवेक सुपुत्र श्री आर्य जयभगवान जी के पाणिग्रहण संस्कार के पश्चात स्वागत समारोह में दैनिक यज्ञ के पश्चात पंडित आर्य लोकनाथ जी ने नव वर वधू सहित समारोह में उपस्थित हुए सभी महानुभाव को सम्बोधित करते हुए गृहस्थ के दस नियमों की व्याख्या की और गृहस्थ के कर्तव्य आकर्तव्यो का बोध कराया और आर्य संरक्षणी सभा करनाल जनपद के सचिव श्री आर्य संजय जी ने वर वधू को गृहस्थ के दस नियमों का लिखित पत्रक देते हुए सदैव इन नियमोंका जीवन में पालन करते रहने का संकल्प दिलवाया |